कोरोना से बचाव के इंतजाम नहीं होने के बावजूद भी अपनी जान जोखिम में डाल मिडिया कर्मी डटे है

12
328
आखिर मीडिया कर्मी को क्यो कोई सुविधा उपलब्ध नही
पवन कुमार
रिजनल प्रभारी यूनिवर्सल न्यूज़
उ.प्र
 कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच लोग खौफ में हैं और परिजनों के साथ है तो मीडिया कर्मी अपने परिजनो से दूर रहकर अपनी व परिवार की स्वास्थ्य से बेपरवाह होकर लॉक डाउन को प्रभावी तरीके और जनता की समस्याओं से रूवरू कराने हेतु  दिन-रात सड़कों ,प्रशासन और जनता के बीच  मुस्तैद है, पर इस चुनौती से निपटने में जुटी मीडिया कर्मियों के पास खुद की सुरक्षा के लिए पर्याप्त संसाधन उपलब्ध नहीं हैं। वही लोगो की समस्याओं और लाकडाउन प्रशासन के आदेशो और प्रशासन को हर घटना से अवगत  कराने को लेकर विवशता से सड़को , अस्पतालों , जनता तक पहुचना पड़ रहा है, जो अपने स्वास्थ्य से बेपरवाह होकर लोगो के दर्द और उनकी समस्याओं को लाकडाउन के समय मे भी दिखाने का काम कर रहे है  कोरोना की लड़ाई जीतने में शासन व प्रशासन का सहयोग करते मीडिया कर्मियों को अपने परिजनों से दूर रहकर और परिवार को उनके स्वास्थ्य के प्रति भी चिन्तित और उनके अन्दर दर्द देखा जा सकता है इसके बावजूद प्रशासन व आमजन की तीहरी मार झेलने को विवश है। फिर भी लोगों के स्वास्थ्य  सुरक्षा को लेकर अगर पुलिस सजग व सतर्क है तो मीडियाकर्मी भी सतर्क नजर आ रहे है जिसका न तो कोई दर्द सुनने ही वाला है और न ही कोई समझने ही वाला हैं, दिन रात एक कर लोगो की समस्या और घटनाओं से प्रशासन को अवगत कराने वाला मीडिया कर्मी की भी अपनी कहानी व दर्द है।
मास्क और सैनेटाइजर की कमी , स्वास्थ्य और परिवारिक बीमा घटना बीमा
कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैलता है। इसे रोकने के लिए लोगों को मास्क लगाने और समय-समय पर सैनेटाइजर का इस्तेमाल करने की सलाह दी गई है, सड़क पर प्रशासन के बीच बने रहने वाले मीडियाकर्मियों के पास न तो पर्याप्त संख्या में मास्क हैं न ही सैनेटाइजर हैं। ऐसे में उनके खुद संक्रमित होने का खतरा बना रहता है। मीडिया कर्मी अपनी व्यवस्था से ही लोगो के बीच क्षेत्र और प्रशासन की समस्याओं का ख्याल कर देखभाल कर रही हैं और कोरोना फतह के लिए जंग लड़ रही है। ऐसे में लोगों के बीच मे रहने के चलते उन्हे अपनी चिंता सता रही हैं और परिजन भी इसको लेकर भयभीत हैं, लेकिन रोजी रोजगार जो न कराये, परिवार के भरण पोषण को लेकर मीडियाकर्मी अपनी जान दाव पर लगा देश को कोरोना  के कहर से अवगत कराने के लिए दिनरात एक किये हुए है। सात दिन से जारी लॉक डाउन के बाद भी मीडियाकर्मियों को भी बचाने के लिए किसी प्रकार की सुविधाएं नही प्रदान किये जाने पर मीडियाकर्मियों की चिंता लाजिमी है। फिर भी मास्क और सैनेटाइजर उपलब्ध नहीं कराया जा रहा हैं। फील्ड में रहने वाले मीडियाकर्मियों का कहना है कि गुणवत्तापूर्ण मास्क और सैनेटाइजर उपलब्ध हो, ताकि वह सुरक्षित रहकर अपना दायित्व निभा सकें।

12 COMMENTS

  1. The very heart of your writing whilst appearing agreeable at first, did not sit very well with me personally after some time. Somewhere within the sentences you actually managed to make me a believer unfortunately just for a short while. I however have got a problem with your jumps in assumptions and one might do well to help fill in those gaps. In the event you actually can accomplish that, I could definitely be fascinated.

  2. Hello, Neat post. There’s a problem along with your website in web explorer, could check this… IE nonetheless is the marketplace leader and a big part of other people will pass over your fantastic writing because of this problem.

  3. I know this if off topic but I’m looking into starting my own blog and was wondering what all is required to get setup? I’m assuming having a blog like yours would cost a pretty penny? I’m not very internet smart so I’m not 100 certain. Any suggestions or advice would be greatly appreciated. Appreciate it

  4. Good – I should certainly pronounce, impressed with your web site. I had no trouble navigating through all the tabs and related info ended up being truly simple to do to access. I recently found what I hoped for before you know it at all. Reasonably unusual. Is likely to appreciate it for those who add forums or something, website theme . a tones way for your customer to communicate. Nice task..

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here