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विनोद कुमार राम
भभुआ
स्थानीय नगर निकाय भभुआ वार्ड नंबर 8 निवासी स्वर्गीय प्रयाग मुसहर के पुत्र धुरहु मुसहर का बुधवार को निधन हो गया। उनका शव दाह-संस्कार हेतु उनके परिजनों के द्वारा सुवरा नदी तक ले जाने के बाद स्थानीय लोगों ने प्रतिरोध किया, जिसके विरोध में शव को नदी के पुल पर रख कर चैनपुर-भभुआ मार्ग को जाम कर दिया एवं प्रशासन मुर्दाबाद का नारा बुलंद कर दिया।
इस सड़क जाम से बिजली कांलोनी से लेकर वेतरी तक 3 घंटे तक सड़क जाम रहा। इस समस्या को हल करने के लिए लोग स्थानीय प्रशासन को बुलाने की मांग कर रहे थे। सड़क अवरुद्ध होने से छात्र-छात्राओं एवं मरीजों को एंबुलेंस से ले जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
सड़क अवरुद्ध करने में नगर परिषद निर्वतमान सभापति जैनेंद्र कुमार आर्य उर्फ जांनी ,पूर्व सभापति प्रतिनिधि विकास कुमार तिवारी उर्फ बबलू ,पूर्व सभापति अमजद अली, वार्ड पार्षद (पूर्व) रमेंद्र कुमार आकाश,राजू मुसहर, दद्दन मुसहर,शंभू मुसहर, बिगन मुसहर आदि लोग जिला प्रशासन से श्मशान तक सड़क मार्ग बनाने का मांग कर रहे थे।
ज्ञात हो कि लगभग 40 से 50 लाख रुपए के लागत से सुवरा नदी के तटवर्ती श्मशान घाट बनाने के बावजूद भी वहां के स्थानीय किसानों एवं आवास में रह रहे लोगों के द्वारा शव को नहीं जलाया दिया जा रहा है।
लोगों का कहना है कि शव दांह गृह भवन पर आने-जाने वाले लोगों को सड़क नहीं होने के कारण नदी के तटवर्ती से गुजरना पड़ता है जिससे शव लेकर कंधा देने वाले गिर जाते हैं। जिससे सामाजिक रुप से बदनामी का डर एवं भय व्याप्त रहता है। सड़क मार्ग अवरुद्ध करने वालों में महिला पुरुष एवं बच्चों एवं जनप्रतिनिधियों का ताता लगा रहा । आपको बताते चलें कि दलित एवं महादलित तबके के लोगों को दाह संस्कार में वाराणसी ले जाने में महंगा कीमत चुकाना पड़ता है।