Patna, आदर्श आचार संहिता लगे 17 दिन हो गए, पार्टियों ने अपने गठबंधन तय कर लिए। उम्मीदवार घोषित कर दिए। उसकी सूची भी जारी कर दी। लेकिन राजद ने अभी तक अपने उम्मीदवारों की सूची जारी नहीं की है। राजद नेता तेजस्वी यादव एक-एक उम्मीदवारों को फोन करके आवास पर बुलाते हैं और उन्हें पार्टी का सिंबल दे देते हैं। उन्होंने फर्स्ट फेज के 42 उम्मीदवारों को सिंबल दे दिया है, लेकिन सूची जारी नहीं की। उसी तरह दूसरे फेज के उम्मीदवारों को भी सिंबल दे रहे हैं पर सूची नहीं जारी कर रहे।
आखिर तेजस्वी अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी क्यों नहीं कर रहे। कहीं इसके पीछे उनका डर तो नहीं है, या किसी रणनीति के तहत वे ऐसा कर रहे हैं। डर इस बात का कि कहीं दूसरे दावेदार उम्मीदवार हंगामा न कर दें। या फिर कहीं कोई विवाद न हो जाए। और रणनीति यह हो सकती है कि शायद वे विपक्षी पार्टी के उम्मीदवारों का अध्ययन कर रहे हों। उनकी जानकारी जुटाकर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर रहे हों।
हमारी पार्टी अलग है: तिवारी
भाजपा, लोजपा, जदयू, कांग्रेस सभी पार्टियों ने अपने उम्मीदवारों की सूची जारी की है लेकिन राजद ने नहीं की। दैनिक भास्कर डिजिटल ने जब राजद के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी से इसके बारे में बात की तो उन्होंने साफ कहा कि जिसको लड़ाना है, उसको सिंबल दिया जा रहा है। राजद बाकी पार्टियों की तरह नहीं है, हमारी पार्टी अलग है। जिसको चुनाव लड़ाना है, उसको सूचना देकर बुलाया जा रहा है और सिंबल दिया जा रहा है। ये इसलिए हो रहा है क्योंकि चुनाव की तैयारी में थोड़ी देरी हुई। राजद में गठबंधन का पेंच फंसा हुआ था। इन सब चीजों की तैयारी का वक्त नहीं मिला, इसलिए एक-एक उम्मीदवार को बुलाकर टिकट दिया जा रहा है।
लड़ाकू उम्मीदवार नहीं हैं: पटेल
उम्मीदवारों की सूची नहीं जारी करने पर भाजपा ने राजद पर तंज कसा है। भाजपा के प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल बताते हैं कि राजद को भय हो गया है। चुनाव शुरू हो चुका है, फिर भी वह अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं कर रहे हैं। तेजस्वी यादव को अपने उम्मीदवारों पर भरोसा नहीं है। उनके पास ऐसे उम्मीदवार नहीं हैं जो एनडीए के उम्मीदवारों के खिलाफ लड़ सकें। उनके पास उम्मीदवारों की काफी कमी है, लड़ाकू उम्मीदवार नहीं हैं। तभी तो एनडीए के उम्मीदवार को देखकर अपने उम्मीदवार उतार रहे है। घबराहट में सूची नहीं जारी कर रहे हैं।
हंगामे से बचने का तरीका
राजनीति के जानकार और वरिष्ठ पत्रकार रवि उपाध्याय बताते हैं कि मुख्य विपक्षी पार्टी राजद एक रणनीति के तहत सूची नहीं जारी कर रहा है। उन्हें पता है उनको हर कदम फूंक-फूंक कर रखना है। वह विपक्षी पार्टी के उम्मीदवारों का अध्ययन कर रहे हैं। उसके बाद अपने उम्मीदवार उतार रहे हैं। इसके साथ यह भी है कि एक साथ यदि उम्मीदवारों की घोषणा कर देंगे तो पार्टी के अंदर विवाद भी हो जाएगा। इस विवाद और हंगामे से बचने के लिए तेजस्वी यादव ने यह तरीका निकाला है।(UNA)
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