Patna पश्चिम बंगाल विधानसभा (bengal vidhan sabha chunav) चुनाव को लेकर बिहार में सियासी गतिविधियां तेज हो गई हैं. गुरुवार शाम बंगाल के कुछ युवाओं नेताओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish kumar) से मुलाकात की. और अब शुक्रवार को कांग्रेस (Congress) और बसपा (BSP) के एक मात्र विधायक ने जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह से मुलाकात की.
चैनपुर से बीएसपी के विधायक मोहम्मद जमा खान और कांग्रेस के विधायक मुरारी गौतम की जदयू नेता से मुलाकात के बाद कई तरह के कयास लगने शुरू हो गए हैं. हालांकि मुलाकात के बाद बसपा विधायक ने पत्रकारों से कहा कि वे क्षेत्र की समस्या को लेकर जदयू प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह से मिलने आए थे. वहीं चेनारी के कांग्रेस विधायक ने भी कहा कि वे मां मुंडेश्वरी धाम मंदिर की समस्या को लेकर जदयू प्रदेश अध्यक्ष से मिले हैं. इसमें राजनीतिक मायने नहीं निकाले जाने चाहिए.
दोनों विधायकों ने यह भी कहा है कि अगर आवश्यकता पड़ी तो वह क्षेत्र की जनता के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी मुलाकात करेंगे. मुलाकात के समय भाजपा के विधान पार्षद संतोष सिंह, जदयू प्रवक्ता अजय आलोक समेत कई अन्य नेता मौजूद थे. दोनों विधायक भले ही इसे औपचारिक मुलाकात बता रहे हो लेकिन बंगाल चुनाव से पहले बिहार में जोड़-तोड़ को लेकर इसे बड़े संकेत के तौर पर देखा जा रहा है.
बंगाल के नेताओं से सीएम ने की मुलाकात
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार शाम बंगाल से आये कुछ नेताओं से मिले थे हालांकि चुनाव पर चर्चा नहीं हुई है. गुरुवार को करीब चार घंटे तक प्रदेश कार्यालय में रहे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बंगाल से आये युवा नेताओं से मुलाकात की.
जदयू पार्टी कार्यालय से लौटने के क्रम में पत्रकारों से बातचीत करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोगों के साथ पश्चिम बंगाल से जुड़े कई लोग आये हुए थे. उन्होंने कहा कि हमलोगों की राष्ट्रीय कार्यकारिणी एवं राष्ट्रीय परिषद की बैठक होने वाली है. 26 को मीटिंग है और 27 को उसकी डिटेल मीटिंग होने वाली है. उन्होंने कहा कि पार्टी संविधान के प्रावधानों के तहत ही यह बैठक होने वाली है.